तुम्हें ख्वाब में छूने की तमन्ना खून उगलती है,
जब-जब मेरी ग़मगीन आँखों से नींद रूठ जाती है….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुम्हें ख्वाब में छूने की तमन्ना खून उगलती है,
जब-जब मेरी ग़मगीन आँखों से नींद रूठ जाती है….!!