रहने दो अब कोशिशे , तुम मुझे पढ़ भी ना सकोगे..
बरसात में कागज की तरह भीग के मिट गया हूँ मैं…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
रहने दो अब कोशिशे , तुम मुझे पढ़ भी ना सकोगे..
बरसात में कागज की तरह भीग के मिट गया हूँ मैं…