मैं अपनी इबादत खुद ही कर लूँ तो क्या बुरा है..?
किसी फकीर से सुना था मुझमें भी खुदा रहता है…!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मैं अपनी इबादत खुद ही कर लूँ तो क्या बुरा है..?
किसी फकीर से सुना था मुझमें भी खुदा रहता है…!