जाते वक़्त उसने बड़े गुरूर से कहा था,
तुझ जैसे लखो मिलेंगे,
मैने मुश्कुराके के पूछा,
मुझ जैसे की तलाश ही क्यू|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जाते वक़्त उसने बड़े गुरूर से कहा था,
तुझ जैसे लखो मिलेंगे,
मैने मुश्कुराके के पूछा,
मुझ जैसे की तलाश ही क्यू|