वास्ता नही रखना .. तो फिर मुझपे .. नजर क्यूं
रखती है …
मैं किस हाल में जिंदा हूँ … तू ये सब खबर क्यूं रखती है ….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
वास्ता नही रखना .. तो फिर मुझपे .. नजर क्यूं
रखती है …
मैं किस हाल में जिंदा हूँ … तू ये सब खबर क्यूं रखती है ….