by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 1, 2016 खुली किताब सा था अपना किस्सा खुली किताब सा था, बस कोई अपने नाम के कुछ पन्ने मोड़ गया था।