by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 22, 2016 हर एक लम्हा हर एक लम्हा किया क़र्ज़ ज़िंदगी का अदा, कुछ अपना हक़ भी था हम पर वही अदा न हुआ…