छोड़ दिया हमने उसका दीदार करना

छोड़ दिया हमने उसका दीदार करना हमेशा के लिए ,‘दोस्त’ जिसको प्यार की कदर ना हो उसे मुड़ मुड़ के क्या देखना .

ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी

ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी, पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी.

वो तो Medical Science पर

वो तो Medical Science पर लडकियों का जोर नहीं चलता वरना , वे तो Dispirin भी लेने जायें तो कहे – “भैया , इसमें और कोई color दिखाओ ना .

वक़्त जरूर लगा ..

वक़्त जरूर लगा ..पर मैं संभल गया… क्यों की… में ठोकरों से गिरा था… किसी की नज़रो से नहीं…!! ?

सच सुनने से ना जाने क्यों कतराते है

सच सुनने से ना जाने क्यों कतराते है लोग, तारीफ चाहे झूठी हो सुनकर खूब मुस्कुराते है लोग

हजारों हैं मेरे अल्फाज के दिवाने

हजारों हैं मेरे अल्फाज के दिवाने, मेरी खामोशी सुनने वाला कोई होता तो क्या बात थी….

मुझे बस इतना बता दो.

मुझे बस इतना बता दो. इंतजार करु या बदल जाऊ तुम्हारी तरह.

उसी से पुछ लो उसके इश्क़ की कीमत

उसी से पुछ लो उसके इश्क़ की कीमत ,हम तो बस भरोसे पे बिक गए.

वो अपना काम निकालते हैं

वो अपना काम निकालते हैं कुछ इस हुनर से कि आप धोखे खाकर भी उनसे मिला करते हैं.

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