वक़्त जरूर लगा ..पर मैं संभल गया…
क्यों की…
में ठोकरों से गिरा था… किसी की नज़रो से नहीं…!!
?
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
वक़्त जरूर लगा ..पर मैं संभल गया…
क्यों की…
में ठोकरों से गिरा था… किसी की नज़रो से नहीं…!!
?