धड़कनों को थाम कर

धड़कनों को थाम कर रखना.. क्यूकि अगर हम पास आ गये, तो तुम खुद को भुला दोगे…!!

तूने मेरा आज

तूने मेरा आज देख के मुझे ठुकराया है, हमने तो तेरा गुजरा कल देख के भी मोहब्बत की थी !!

हम जिनके दीवाने है

हम जिनके दीवाने है वो गैरों के गुण गाते थे, हमने कहा आपके बिन जी ना सकेंगे, तो हंस के कहने लगे, के जब हम ना थे तब भी तो जीते थे..

जिन्हें महसूस इंसानों के

जिन्हें महसूस इंसानों के रंजो-गम नहीं होते… वो इंसान भी हरगिज पत्थरों से कम नहीं होते..

आँगन आँगन ज़हर

आँगन आँगन ज़हर बरसाएगी उस की चाँदनी…!!! ☝वो अगर महताब की सूरत उजागर हो गयी….!!!

समुद्र बड़ा होकर भी

समुद्र बड़ा होकर भी, अपनी हद में रहता है, जबकि इन्सान छोटा होकर भी अपनी हद भूल जाता है…

मैं बुरा हूँ

मैं बुरा हूँ तो बुरा ही सही…. कम से कम शराफत का दिखावा तो नहीं करता..

जो तुम्हारा था

जो तुम्हारा था ही नहीं उसे खोना कैसा,, जब रहना ही है तनहा तो रोना कैसा..

दीवार क्या गिरी

दीवार क्या गिरी मेरे कच्चे मकान की.. लोगों ने मेरे आँगन से रास्ते बना लिए…

तुझे पाना ही

तुझे पाना ही मेरी मोहब्बत नहीं है…तेरे अहसास भी मेरे जीने की वजह है ..

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