काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई

काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई, ऐ जिन्दगी….तुझसे बहुत से जवाब चाहिए…!!!

गुज़र गया आज का दिन भी

गुज़र गया आज का दिन भी तमाम ख्वाहिशे लेकर.. साँसों ने शरीर का दामन ना छोड़ा तो कल फिर मिलेंगे.. गुज़र गया आज का दिन भी तमाम ख्वाहिशे लेकर.. साँसों ने शरीर का दामन ना छोड़ा तो कल फिर मिलेंगे..

कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों

कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता, बातचीत किसी से भी हो, ख्याल तेरा ही रहता है…!!!

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी, देखूँ तो सही, बेवफाओं का शहर होता कैसा है…!!!

दुनियाँ की हर चीज ठोकर

दुनियाँ की हर चीज ठोकर लगने से टूट जाया करती है दोस्तो… एक ” कामयाबी ही है जो ठोकर खा के ही मिलती है …!!

जिस जिस को मिली खबर सबने एक ही सवाल किया

जिस जिस को मिली खबर सबने एक ही सवाल किया… तुमने क्यों की मुहब्बत तुम तो समझदार थे…

अभी सूरज नही डुबा जरा सी शाम होने दो

अभी सूरज नही डुबा जरा सी शाम होने दो मैँ खुद लौट जाऊँगा मुझे नाकाम तो होने दो मुझे बदनाम करने का बहाना ढुँढता है जमाना मैँ खुद हो जाऊँगा बदनाम पहले नाम तो होने दो

मत सोच इतना

मत सोच इतना…. जिन्दगी के बारे में , जिसने जिन्दगी दी है… उसने भी तो कुछ सोचा होगा…!!!

सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का

सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का ..! “एक गरीब इश्क़ कर बैठा है इस महंगाई के दौर मैं”

Exit mobile version