नशे में चूर होगी तू किसी ग़ैर की बांहों में, दबाकर लकड़ियों में जब मुझे दुनिया जलायेगी
Tag: Pyar Shayari
इस दौर ए तरक्की में…
इस दौर ए तरक्की में…जिक्र ए मुहब्बत. यकीनन आप पागल हैं…संभालिये खुद को
हँसते हुए चेहरों को
हँसते हुए चेहरों को ग़मों से आजाद ना समझो, मुस्कुराहट की पनाहों में हजारों दर्द होते हैं!
देखेंगे अब जिंदगी
देखेंगे अब जिंदगी चित होगी या पट, हम किस्मत का सिक्का उछाल बैठे हैं।
तंग सी आ गयी है
तंग सी आ गयी है सादगी मेरी मुझसे ही के हमें भी ले डूबे कोई अपनी अवारगी में..!!
अब इस से बढ़कर
अब इस से बढ़कर क्या हो विरासत फ़कीर की.. बच्चे को अपनी भीख का कटोरा तो दे गया..
चल पड़ा हूँ
चल पड़ा हूँ मगर दिल से ये चाहता हूँ.. उठ के मुझे वो रोक ले और रास्ता ना दे..
देर तक सीने पे
देर तक सीने पे मेरे सर रख कर तुम रोई थी.. मेरे बिन क्या जी लोगी…बस इतना ही पूछा था..
मोहब्बत बेखबर ले बैठेगी
तुमको तो तुम्हारी ये नजर ले बैठेगी हमको ये मोहब्बत बेखबर ले बैठेगी
तू मेरी क्या लगती है
कभी राजी तो कभी मुझसे खफ़ा लगती है ……… जिंदगी तू ही बता , तू मेरी क्या लगती है