हम तो जल गये उसकी मोहब्बत में

हम तो जल गये उसकी मोहब्बत में मोमकी तरह, अगर फिर भी वो हमें बेवफा कहे…तो उसकी वफ़ा को सलाम.

उठाकर फूल की पत्ती उसने

उठाकर फूल की पत्ती उसने बङी नजाकत से मसल दी,इशारो इशारो मेँ कह दिया की हम दिल का ये हाल करते है.

तेरी मोहब्बत भी किराये के घर

तेरी मोहब्बत भी किराये के घर की तरह थी,कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई .

उससे दुरी बनाये रखता भी तो कैसे रखता

उससे दुरी बनाये रखता भी तो कैसे रखता, ए दोस्त… . . मैं जन्मजात चरसी और वो, गोल्डफ्लैक सी लड़की.

बड़ा ही खामोश सा

बड़ा ही खामोश सा अँदाज है तुम्हारा….. ? समझ नही आता फिदा हो जाऊँ या फनाह हो जाऊँ….. ~❤?

पहेले लोग बाल्कनी में आने

पहेले लोग बाल्कनी में आने की राह देखते थे, अब ” on line ” आने की देखते है ? !! रिश्ता वही सोच नई

आख़िर तुम भी उस आइने की तरह

आख़िर तुम भी उस आइने की तरह ही निकले, जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए.

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है, इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है, यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क़ है।

रिश्ता

?” रिश्ता “? कई लोगों से होता है , मगर … कोई प्यार से निभाता है तो … कोई नफरत से निभाता है ..

दर्द

?” दर्द “? सभी इंसानो मे है मगर … कोई दिखाता है तो … कोई छुपाता है …..

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