चुप्पियां जिस दिन खबर हो जायेगी, कई हस्तियां दर – ब – दर हो जायेगी
Tag: हिंदी
जीभ में हड्डिया नहीं
जीभ में हड्डिया नहीं होती फिर भी जीभ हड्डियां तुड़वाने की “ताक़त” रखती हैं..!!
किसी को कुछ देने की इच्छा
किसी को कुछ देने की इच्छा हो तो आत्म-विश्वास जगाने वाला प्रोत्साहन सर्वोत्तम उपहार के रूप में दे|
सरे बाज़ार तो ना कहो
ये दिल बुरा ही सही…पर सरे बाज़ार तो ना कहो…, आखिर तुमने भी इस मकान में कुछ दिन गुजारे हैं……
तुम मेरे हालचाल
ये जो तुम मेरे हालचाल पूछते हो… बड़ा ही मुश्किल सवाल पूछते हो…
तुम लिखते रहे मेरे आसुओ से गजल
तुम लिखते रहे मेरे आसुओ से गजल… अफसोस… तुम ने इतना भी ना पुछा की रोते क्यु हो..
कहीं तो वो लिखती होगी
कहीं तो वो लिखती होगी अपनी दिल की छुपी हुई बातें, कहीं तो बे- शुमार लफ्जों मे मेरा नाम भी होगा……
यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी
यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इन्तहां.! कि तेरे ही क़रीब से गुज़र गए तेरे ही ख़्याल में.
बड़ा फर्क है तेरी और मेरी मोहब्बत में
“बड़ा फर्क है तेरी और मेरी मोहब्बत में…… तू परखता रहा…… और हमने ज़िंदगी यकीन में गुजार दी…!”
ये झूठ है…
ये झूठ है… के मुहब्बत किसी का दिल तोड़ती है , लोग खुद ही टुट जाते है,,, मुहब्बत करते-करते…..