सुनकर ज़माने की बाते, तू अपनी अदा मत बदल… यकीन रख अपने खुदा पर,यु बार बार खुदा मत बदल…!!
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हमसे क्या पूछते हो
हमसे क्या पूछते हो हमको किधर जाना है हम तो ख़ुशबू हैं बहरहाल बिखर जाना है
अजनबी ख्वाहिशें सीने में दबा भी
अजनबी ख्वाहिशें सीने में दबा भी न सकूँ ऐसे जिद्दी हैं परिंदे के उड़ा भी न सकूँ
मैं भी कभी हँसता खेलता था
मैं भी कभी हँसता खेलता था, कल एक पुरानी तस्वीर में देखा था खुद को……..
जीभ में हड्डिया नहीं
जीभ में हड्डिया नहीं होती फिर भी जीभ हड्डियां तुड़वाने की “ताक़त” रखती हैं..!!
सुना है तुम ज़िद्दी
सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,मुझे भी अपनी जिद्द बना लो.
वो अपना काम निकालते हैं
वो अपना काम निकालते हैं कुछ इस हुनर से कि आप धोखे खाकर भी उनसे मिला करते हैं.
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा..।
आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं..!
आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं..!है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए..।।
सिर्फ तूने ही कभी मुझको
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा ,जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.