आईना नज़र लगाना

आईना नज़र लगाना चाहे भी तो कैसे लगाए काजल लगाते है वो आईने में देखकर|

बख्शे हम भी न गए

बख्शे हम भी न गए, बख्शे तुम भी न जाओगे वक्त जानता है….हर चेहरे को बेनकाब करना|

ना जाने इतनी मुहब्बत

ना जाने इतनी मुहब्बत कहां से आई है.. अब तो ये दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है….!

आदत मुझे अंधेरो से

आदत मुझे अंधेरो से डरने की डाल कर, एक शख्स मेरी ज़िंदगी को रात कर गया !!

बख्शे हम भी न गए

बख्शे हम भी न गए, बख्शे तुम भी न जाओगे..! वक्त जानता है….हर चेहरे को बेनकाब करना|

खता उनकी भी नही

खता उनकी भी नही यारो वो भी क्या करते…. बहुत चाहने वाले थे किस किस से वफ़ा करते..

छुपे छुपे से रहते हैं

छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते|

बहुत मजबूत हूँ

बहुत मजबूत हूँ मैं ये पूरी दुनियाँ जानती है बहुत कमजोर हूँ मैं ये सिर्फ तुम जानते हो|

ये मत कहो

ये मत कहो ख़ुदा से मेरी मुश्किले बड़ी हैं ये मुश्किलों से कह दो मेरा ख़ुदा बड़ा है।

उम्र छोटी है

उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है, फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर देखा है।

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