अपनी नज़दीकियों से दूर

अपनी नज़दीकियों से दूर ना कर मुझे…,। मेरे पास जीने की वजहें बहुत कम है…।

शायरी ख़ुदकशी का धंधा है

शायरी ख़ुदकशी का धंधा है.., लाश अपनी है अपना ही कंधा है.. आईना बेचता फिरता है शायर.. उस शहर में जो शहर अंधा है….

रात बाक़ी थी

रात बाक़ी थी जब वो बिछड़े थे कट गई उम्र रात बाक़ी है|

याद रखना अब

याद रखना अब जो रूठे तो हार जाओगे हम मनाने का हुनर भुला बैठे है..

वो मेरी हर दुआ में

वो मेरी हर दुआ में शामिल था.. जो किसी और को बिन मांगे मिल गया|

उल्टी पड़ी है

उल्टी पड़ी है, कश्तीयाँ रेत पर मेरी…!! कोई ले गया है, दिल से समंदर निकाल कर…!!

सवालो मे रहेने दो

सवालो मे रहेने दो मै जवाब बहुत बुरा हुं… लबो पे आ गया तो संभालना मुश्कील हो जायेगा|

उसे छुना जुर्म है

उसे छुना जुर्म है, तो मेरी फाँसी का इन्तेजाम करो.. मै आ रहा हु उसे सीने से लगा कर..

दिल में दबाये रखता है

अल्फाज़ अक्सर अधूरे ही रह जाते है मोहब्बत में , हर सख्स किसी न किसी की चाहत दिल में दबाये रखता है|

दो ‪‎लव्ज‬ क्या लिखे

दो ‪‎लव्ज‬ क्या लिखे तेरी ‪याद‬ मे.. लोग कहने लगे तु आशिक‬ बहुत पुराना है|

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