जीते हैं तेरा नाम लेकर

जीते हैं तेरा नाम लेकर, मरने के बाद क्या अंजाम होगा, कफ़न उठा के देख लेना मेरा, होठों पे तेरा ही नाम होगा !

ऐ खुदा बस

ऐ खुदा बस एक ही ख्वाईस है तेरे से । ये जो चैन से सौ रहे है ना इनको कभी इश्क का रोग मत लगाना ।।

कल क्या खूब इश्क़ से

कल क्या खूब इश्क़ से मैने बदला लिया, कागज़ पर लिखा इश्क़ और उसे ज़ला दिया..!!

जब आग की वादी में

जब आग की वादी में ठहरा है सफ़र करना फिर मौत से क्या डरना फिर मौत से क्या डरना |

उसी को लिख लिख कर

उसी को लिख लिख कर मिटा रहा हूँ,जिसे मिटाकर आज तक कुछ लिखा नही मैंने।

लिख लिख के मेरा नाम

लिख लिख के मेरा नाम जमीं पर मिटा दिया, उनका था खेल खाक में हमें मिला दिया|

तुम मुहब्बत को

तुम मुहब्बत को खेल कहते हो हमने बरबाद ज़िंदगी कर ली|

मोहब्बत आम सा

मोहब्बत आम सा इक वाक़िआ था, हमारे साथ पेश आने से पहले !!

तुझपे खर्च करने के लिए

तुझपे खर्च करने के लिए बहुत कुछ नहीं है मेरे पास, थोड़ा वक़्त हैं, थोड़ा मैं हूँ।

एक वक्त था

एक वक्त था जब बातें खत्म नहीं हुआ करती थी, आज सब खत्म हो गया पर बात नहीं होती|

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