ख़ुशी मेरी तलाश में

ख़ुशी मेरी तलाश में दिन रात यूँ ही भटकती रही.. कभी उसे मेरा घर ना मिला, कभी उसे हम घर पे ना मिले….!!

मेरे होने में

मेरे होने में किसी तौर से शामिल हो जाओ, तुम मसीहा नहीं होते हो तो क़ातिल हो जाओ….

बस एक बार

बस एक बार निकाल दो इस इश्क से ए खुदा, फिर जब तक जीयेंगे कोई खता न करेंगे..!!

तजुर्बा एक ही काफी था

तजुर्बा एक ही काफी था ,बयान करने के लिए , मैंने देखा ही नहीं इश्क़….. दोबारा करके…..!!!

अंगुलिया टूट गई पत्थर

अंगुलिया टूट गई पत्थर तराशते तराशते जब बनी सूरत यार की.. तो खरीददार आ गये !!!

मेरे तो दर्द भी

मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं मैं रो पड़ूँ तो कई लोग मुस्कराते हैं…

मैं क्यों कहूँ

मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो, क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता ..

यादों की मधुमक्खियां

यादों की मधुमक्खियां डंसती रहीं वो गया जो छत्ते पे पत्थर मार कर|

रुलाया न कर

रुलाया न कर हर बात पर ऐ ज़िंदगी, ज़रूरी नहीं सबकी किस्मत में चुप करवाने वाला हो!

कल का आशिक़

कल का आशिक़ वफ़ा तलाश करता था, आज का आशिक जगह तलाश करता है!

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