उल्टी पड़ी है, कश्तीयाँ रेत पर मेरी…!! कोई ले गया है, दिल से समंदर निकाल कर…!!
Tag: दर्द शायरी
सवालो मे रहेने दो
सवालो मे रहेने दो मै जवाब बहुत बुरा हुं… लबो पे आ गया तो संभालना मुश्कील हो जायेगा|
उसे छुना जुर्म है
उसे छुना जुर्म है, तो मेरी फाँसी का इन्तेजाम करो.. मै आ रहा हु उसे सीने से लगा कर..
दिल में दबाये रखता है
अल्फाज़ अक्सर अधूरे ही रह जाते है मोहब्बत में , हर सख्स किसी न किसी की चाहत दिल में दबाये रखता है|
दो लव्ज क्या लिखे
दो लव्ज क्या लिखे तेरी याद मे.. लोग कहने लगे तु आशिक बहुत पुराना है|
यादें कंकर फेंक रही है
जाने क्या था जाने क्या है जो मुझसे छूट रहा है…. यादें कंकर फेंक रही है दिल अंदर से टूट रहा है…..
इन्सान की चाहत
इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले, और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले|
नया ही रंग सामने आया
जब जब सच बोलके देखा मुह पे इंसान के, हर वक़्त एक नया ही रंग सामने आया ।
कोई कम्बखत उछाल न दे
कोई कम्बखत उछाल न दे हवा में…. अपने गालों से लग जाने दे. एक मुठ्ठी गुलाल ही तो हूँ
हँसती नजर आएगी!
जरा मुस्कुरा के देखो, दुनिया हँसती नजर आएगी!