सुनकर ज़माने की बाते, तू अपनी अदा मत बदल… यकीन रख अपने खुदा पर,यु बार बार खुदा मत बदल…!!
Tag: हिंदी शायरी
शर्त लगी थी दुनिया की ख़ुशी
शर्त लगी थी दुनिया की ख़ुशी को एक लफ़्ज़ मे लिखने की…. वो किताबे ढुँढते रह गये मैंने “बेटी” लिख दिया……!!!
हमसे क्या पूछते हो
हमसे क्या पूछते हो हमको किधर जाना है हम तो ख़ुशबू हैं बहरहाल बिखर जाना है
अजनबी ख्वाहिशें सीने में दबा भी
अजनबी ख्वाहिशें सीने में दबा भी न सकूँ ऐसे जिद्दी हैं परिंदे के उड़ा भी न सकूँ
मैं भी कभी हँसता खेलता था
मैं भी कभी हँसता खेलता था, कल एक पुरानी तस्वीर में देखा था खुद को……..
देखते हैं अब क्या मुकाम
देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहेब, सूखे पत्ते को इश्क़ हुआ है बहती हवा से.
वो जो मुझसे गैर था नज़दीक
वो जो मुझसे गैर था नज़दीक आया सुबह मेरे जब शाम उसे ले चली वो और करीब आ गया ।
आज गुमनाम हूँ तो फासला रखा है
आज गुमनाम हूँ तो फासला रखा है मुझसे कल मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता मत निकाल लेना
गुफ्तगू करते रहा कीजिये
गुफ्तगू करते रहा कीजिये यही इंसानी फितरत है, सुना है, बंद मकानों में अक्सर जाले लग जाते हैं…
चुप्पियां जिस दिन खबर हो जायेगी
चुप्पियां जिस दिन खबर हो जायेगी, कई हस्तियां दर – ब – दर हो जायेगी