आ गया फरक

आ गया फरक उसकी नजरोँ में यकीनन, अब वो हमें ‘खास अदांज’ से ‘नजर अदांज करते हैं..!!

देखा हुआ सा कुछ है

देखा हुआ सा कुछ है तो सोचा हुआ सा कुछ हर वक़्त मेरे साथ है उलझा हुआ सा कुछ..!!

दर्द ज़रूर देती है..!

मोहब्बत कितनी भी सच्ची क्यों ना हो, एक ना एक दिन तो आंसू और दर्द ज़रूर देती है..!!

रात में जलना होगा

आज फिर चाँद की पेशानी से उठता है धुआँ आज फिर महकीं हुई रात में जलना होगा ।

अच्छा बनने की हसरत

अच्छा बनने की हसरत सी जागी है मुझमें मेरे मालिक, जबसे सुना है आप अच्छे लोगो को जल्दी बुला लेते हो..

अपनी नज़दीकियों से दूर

अपनी नज़दीकियों से दूर ना कर मुझे…,। मेरे पास जीने की वजहें बहुत कम है…।

शायरी ख़ुदकशी का धंधा है

शायरी ख़ुदकशी का धंधा है.., लाश अपनी है अपना ही कंधा है.. आईना बेचता फिरता है शायर.. उस शहर में जो शहर अंधा है….

रात बाक़ी थी

रात बाक़ी थी जब वो बिछड़े थे कट गई उम्र रात बाक़ी है|

याद रखना अब

याद रखना अब जो रूठे तो हार जाओगे हम मनाने का हुनर भुला बैठे है..

वो मेरी हर दुआ में

वो मेरी हर दुआ में शामिल था.. जो किसी और को बिन मांगे मिल गया|

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