खुलासा तो कर दूँ ,अपनी मोहब्बत कामगर… मेरी ये संपत्ति,मेरी आय से अधिक है.!!!
Tag: जिंदगी शायरी
मैं पसंद तो बहुत हूँ
मैं पसंद तो बहुत हूँ सबको,पर… जब उनको मेरी ज़रुरत होती तब..!!
सुना है हमें
सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं… तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं..
हम ने ठानी और है…
कोई दिन गर ज़िंदगानी और है, अपने जी में हम ने ठानी और है…
मैंने उन तमाम परिदों के
मैंने उन तमाम परिदों के पर काट दिए… जिन को अपने अंदर उड़ते देखा था कभी
इश्क था इसलिए
इश्क था इसलिए सिर्फ तुझसे किया, फ़रेब होता तो सबसे किया होता|
परिन्दों की फ़ितरत से
परिन्दों की फ़ितरत से आए थे वो मेरे दिल में। ज़रा पंख निकल आए तो आशियाना छोड दिया॥
लम्हा सा बना दे
लम्हा सा बना दे मुझे.. रहूँ गुज़र के भी साथ उसके
तेरे आने का
तेरे आने का इंतजार रहा उम्र भर मौसम-ऐ-बहार रहा
पाँव लटका के
पाँव लटका के दुनिया की तरफ . . . . आओ बैठे किसी सितारे पर . . . .