by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, Shayri, पारिवारिक शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 20, 2016 हम भी ख़ामोश रहे हम भी ख़ामोश रहे तुमने भी लब सी डाले दोनो चुप चाप सुलगते रहे तनहाँ तनहाँ|