रात के सन्नाटे में भी हमने क्या धोखे खाए है…..
धडका खुद का दिल और हमें लगा… वो आऐ है…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
रात के सन्नाटे में भी हमने क्या धोखे खाए है…..
धडका खुद का दिल और हमें लगा… वो आऐ है…