तुम जब भी लिखना…लिखना पूरे होशोहवास में ,
दोस्त, शब्द धीरे-धीरे पूरे वजूद को जकड़ लेते हैं !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुम जब भी लिखना…लिखना पूरे होशोहवास में ,
दोस्त, शब्द धीरे-धीरे पूरे वजूद को जकड़ लेते हैं !