उसकी जब मर्जी होती है वो हम से बात करती हैं.
पर हमारा पागलपन तो देखो हम फिर
भी पूरा दिन उसकी मर्जी का इंतजार करते हैं.
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उसकी जब मर्जी होती है वो हम से बात करती हैं.
पर हमारा पागलपन तो देखो हम फिर
भी पूरा दिन उसकी मर्जी का इंतजार करते हैं.