अभी मिलन की राह में ए दिल
तन्हाइयो जरा दामन छोड़ दो….!!
रुत है सनम से,
आँखे चार करने की….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अभी मिलन की राह में ए दिल
तन्हाइयो जरा दामन छोड़ दो….!!
रुत है सनम से,
आँखे चार करने की….!!