अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ

अब ये न पूछना कि ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ…

.
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ..!!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *