तू इतना प्यार कर जितना तू सह सके, बिछड़ना भी पड़े तो ज़िंदा रह सके !!
Category: Whatsapp Shayri
मेरी नासमझी की
मेरी नासमझी की भी हद ना पूछिए दोस्तों, उन्हें खोकर हम फिर उन जैसा ही ढूढ रहे हैं….
भूल बैठा है
भूल बैठा है वो मेरा नाम न जाने कब से दिल ने सदियों से जिसे अपना बना रखा है …
उठा कर कफ़न
उठा कर कफ़न , ना दिखाना चेहरा मेरा उनको उसे भी तो पता चले के यार का दीदार न हो तो कैसा लगता है…!!!
मेरा प्यार सच्चा था
मेरा प्यार सच्चा था इस लिये तेरी याद आती है, अगर तेरी बेवफाई भी सच्ची है तो अब यादों मे मत आना…..
तुम कभी कभी
तुम कभी कभी गुस्सा कर लिया करो मुझसे यकीन हो जाता है कि अपना तो समझते हो….
इतनी उदास न हो…
इतनी उदास न हो……ऐ जिन्दगी..! खोते वही हैं, जो कुछ पाने की तमन्ना रखते हैं….
यादें क्यों नहीं
यादें क्यों नहीं बिछड़ जाती, लोग तो पल में बिछड़ जाते हैं|
इश्क़ ऐसा करो कि
इश्क़ ऐसा करो कि धड़कन मे बस जाए, सांस भी लो तो खुश्बू उसी की आए, प्यार का नशा आँखो पे ऐसा छाए, बात कोई भी हो,पर नाम उसी का आए…..
पहले कभी ये यादें
पहले कभी ये यादें ये तनहाई ना थी, कभी दिल पे मदहोशी छायी ना थी, जाने क्या असर कर गयीं उसकी बातें, वरना इस तरह कभी याद किसी की आयी ना थी।