तेरी एक झलक पाने को तरस जाता है दिल मेरा….! खुश किस्मत हैं वो लोग जो तेरे घर के सामने रहते है..!!
Category: Shayari
न जाने इतनी मोहब्बत
न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आ गयी उस अजनबी के लिए..!! की मेरा दिल भी उसकी खातिर अक्सर मुझसे रूठ जाया करता हे ..!!
तुम कभी भी
तुम कभी भी मोहब्बत आजमा के देखना मेरी हम जिंदगी से हार जायेंगे मोहब्बत से नहीं.
कभी साथ बैठो
कभी साथ बैठो तो कहूँ की क्या दर्द है मेरा…… तुम दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहेगे ……
आओ बताता हूँ…
आओ बताता हूँ… अपने दर्द कॊ क्यों नही दर्शाता हूँ… साहेब घर चलाना पड़ता है… इसलिए हर अपमान अपना सह जाता हूँ…
समंदर ने कहा
समंदर ने कहा मुझको बचा लो डूबने से… मैं किनारे पे समन्दर लगा के आया हूँ…
अपना समझते हो
अपना समझते हो तो बुरा क्यों नहीं कहते हर वक्त की तारीफ बनावट सी लगे है
हर चीज़ वक़्त के साथ
हर चीज़ वक़्त के साथ बदलती है, बस अगर हम वक़्त के साथ चले तो…!!
मीलों दूर चलाती रही
मीलों दूर चलाती रही ये जिन्दगी हकदार मैं सिर्फ दो गज जमीन की थी
उसके जैसी कोई
उसके जैसी कोई दूसरी कैसे हो सकती है, अब तो वो खुद भी खुद के जैसी नहीं रही !!