बड़े निककमें है ये इश्क़ वाले कबूतर दाल की जात का सवाल नहीं करते |
Category: Hindi Shayri
जहाँ जाकर कभी
जहाँ जाकर कभी वापस ना आये कोई, ना जाने क्यों अब वहाँ जाने को जी चाहता है !!
तुमसे पहले जो
तुमसे पहले जो इक शख्स यहां तख्तनशीं था, उसे भी अपने खुदा होने का इतना ही यकीं था.
चुभता तो बहुत
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह…!!! मगर ख़ामोश रहता हूँ, अपनी तक़दीर की तरह…!!
किसी ने पूछा
किसी ने पूछा कौन याद आता है, अक्सर तन्हाई में, हमने कहा कुछ पुराने रास्ते, खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें
एक वक़्त था
एक वक़्त था के वक़्त ही वक़्त था अब वक़्त है वक़्त ही नहीं मिलता|
मुझे नही खबर
मुझे नही खबर कि तुम्हारी जिन्दगी में वो कौन सा पल है…..??? जो सिर्फ मेरे लिए हो… पर मेरी जिन्दगी का हर इक पल. सिर्फ तुम्हारे लिए है|
यादो की बात
यादो की बात ना करो ये वो लम्हे होते है,के हस्ते हुवे इंसान को आंसू दे जाते हैं|
जिस घर में
जिस घर में प्रेम होता हैं उस घर में सफलता और धन चलकर आते है अपना ग्रुप भी एक घर हैं, प्रेम बनाये रखे|
झूठी बुलंदियों का
झूठी बुलंदियों का धुँआ पार कर के आ क़द नापना है मेरा तो छत से उतर के आ…