पहचान की नुमाईश जरा कम करो यारों जहाँ भी “मैं” लिखा है उसे “हम” करो यारों…..
Category: Hindi Shayri
तुम आते थे
तुम आते थे बहार आती थी एक एक लम्हा महका जाती थी अब तुम जो नही हो तुम्हारी यादें आती हैं दिल के ज़ख़्मों को कुरेद जाती हैं|
ठंडी रोटी अक्सर
ठंडी रोटी अक्सर उनके ही नसीब में होती है जो अपनों के लिए कमाई करके देर से घर लौटते हैं..
तूफान भी हार जाते है
वहाँ तूफान भी हार जाते है… जहाँ कश्तियाँ ज़िद पे होती हैँ…
ये उड़ती ज़ुल्फें
ये उड़ती ज़ुल्फें,ये बिखरी मुस्कान, एक अदा से संभलूँ,तो दूसरी होश उड़ा देती है..!!
नज़दीक ही रहता है
नज़दीक ही रहता है वो पर मिलने नही आता.. पुछो तो मुस्करा के कहता है.. तुम से तो मुहोब्बत है.. तुम से क्या मिलना..
पैरों में तजुर्बों के निशानात
पैरों में तजुर्बों के निशानात पड़ गए… वो ठोकरें लगी हैं के पत्थर उखड़ गए…
समझदार हो गए है
लोग अब समझदार हो गए है…. हैसियत देख कर साथ निभाते है।
मुद्दतों बात किसी ने
मुद्दतों बात किसीने पूछा कहा रहते हो हमने मुस्कुरा के कहा अपनी औकात में |
ना चाहते हुए भी
ना चाहते हुए भी साथ छोड़ना पड़ता हे, ” जिंदगी में कुछ मजबूरिया ” ” मोहब्बत ” से ज्यादा ताकतवर होती हे !!