काश मोहब्बत के भी इलैक्शन होते हम भी कुछ खर्चा करके जीत लेते उसको…
Category: Hindi Shayri
जिंदगी क्या हैं
जिंदगी क्या हैं मत पूछो दोस्तों! सवर गई तो दुल्हन, बिखर गई तो तमाशा हैं !
रोज़ आ जाते हो
रोज़ आ जाते हो बिना इत्तेला दिए ख्वाबों में…. कोई देख लेगा तो हम क्या जवाब देंगे……
सख़्त हाथों से
सख़्त हाथों से भी…. छूट जाती हैं कभी उंगलियाँ…. रिश्ते ज़ोर से नहीं…. तमीज़ से थामे जाते हैं…
रिश्ते होते है
रिश्ते होते है मोतियों की तरह … कोई गिर भी जाये तो झुक के उठा लेना चाहिए ।
दिल दे तो
दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे, जो रंज की घड़ी भी खुशी से गुजार दे।
एक हँसती हुई
एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है।
सबके लिए अलग
सबके लिए अलग अलग मायने रखता हूँ… कोई “ज़रुरत” तो कोई और “आदत” बुलाता है मुझे!.
ख्वाब बोये थे
ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है, इस मोहब्बत में , “यारों” बहुत घाटा है..
ज़िन्दगी देने वाले यूँ
ज़िन्दगी देने वाले यूँ मरता छोड़ गए, अपनापन जताने वाले यूँ तनहा छोड़ गए, जब पड़ी जरुरत हमें अपने हमसफ़र की, तो साथ चलने वाले अपना रास्ता मोड़ गए।