वो धड़कनों की धमक से डरने लगे है.. गले कैसे लगाऊँ इतने नाज़ुक है वो..!
Category: 2 Line Shayri
दिल धड़कने लगता है
दिल धड़कने लगता है ख़यालों से ही, ना जाने क्या हाल होगा मुलाक़ातों में.
लगता है आज
लगता है आज ज़िन्दगी कुछ ख़फ़ा है, चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफ़ा है..
सीने पे तीर खाके
सीने पे तीर खाके भी अगर कोई मुस्कुरा दे तो…… निशाना लाख अच्छा हो मगर बेकार जाता है…….!!!
ये कैसी किस्मत है
ये कैसी किस्मत है दिल और भरोसे की, कि सिर्फ टूटना लिखा रब ने मुकद्दर में…
ख़ुदा के वास्ते
ख़ुदा के वास्ते इसको न टोको, यही एक शहर में का़तिल बचा है…
थाम लूँ हाथ उनका ज़ोर से
हसरत ये के थाम लूँ हाथ उनका ज़ोर से, मगर कमबख़्त उनकी चूड़ियों पे तरस आता है…
जोखिम उठाने की
जोखिम उठाने की आदत ना थी हमे …. न जाने कैसे इश्क कर बैठे |
हमें रोता देखकर
हमें रोता देखकर वो ये कह के चल दिए कि, रोता तो हर कोई है क्या हम सब के हो जाएँ|
हमारी लिखी बात
हमारी लिखी बात को कोई समझ नहीं पाता ……. क्यों की हम अहसास लिखते है लोग अलफ़ाज़ पढते हैं|