मेरे चेहरे से मेरा दिल नहीं पढ़ पाओगे तुम मुझे आदत है हर बात पे मुस्कुरा देने की …!!!!
Category: शायरी
कहाँ मांग ली थी
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने, जो इतना दर्द मिला, ज़िन्दगी में पहली बार खुदा, तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।
सिर्फ एक ही तमन्ना
सिर्फ एक ही तमन्ना रखते हैं हम अपने दिल में…..!! मोहब्बत से याद करो.. चाहे मुद्दतो न बात करो…..!!
इंकार को इकरार कहते हैं
इंकार को इकरार कहते हैं, खामोशी को इज़हार कहते है , क्या दस्तूर है इस दुनिया का, एक खूबसूरत सा धोखा है , जिसे लोग ‘प्यार’ कहते हैं |
रूठा रहे मुझसे वो
रूठा रहे मुझसे वो, मंजूर है, लेकिन, उसे समझा दो कि वो मेरा शहर ना छोङे, प्यार तो किस्मत में नहीं है शायद, कम से कम उसका दीदार तो होता रहे।
पहली मुलाकात थी
पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे , वो जुल्फें ना संभाल सके और हम खुद को ..
तेरी दोस्ती ने दिया सकूं
तेरी दोस्ती ने दिया सकूं इतना, की तेरे बाद कोई अच्छा न लगे, तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर, कि तेरे बाद कोई भी बेवफ़ा न लगे।
नसीहतें अच्छी देती है
नसीहतें अच्छी देती है दुनिया, अगर, दर्द किसी और का हो!
वो दर्द ही क्या
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए, वो ख़ुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए, कभी तो समझो मेरी ख़ामोशी को, वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जाए!
शायरी पढ़ते पढ़ते
शायरी पढ़ते पढ़ते खुद लिखना सीख गये, जीते जीते किसी और के लिए जीना सीख गए, आँखों आँखों में भी बातें होती है, आज कल उन बातों को भी पढ़ना सीख गए..