अमृत का जाम

फूलों ने अमृत का जाम भेजा है सूरज ने गगन से सलाम भेजा है मुबारक हो आपको नयी सुबह तहे-दिल से हमने ये पैगाम भेजा है!

दिल धड़कने लगता है

दिल धड़कने लगता है ख़यालों से ही, ना जाने क्या हाल होगा मुलाक़ातों में.

अधूरी हसरतों का

अधूरी हसरतों का आज भी इलज़ाम है तुम पर, अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत ख़त्म ना होती…

लगता है आज

लगता है आज ज़िन्दगी कुछ ख़फ़ा है, चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफ़ा है..

सीने पे तीर खाके

सीने पे तीर खाके भी अगर कोई मुस्कुरा दे तो…… निशाना लाख अच्छा हो मगर बेकार जाता है…….!!!

दुख फ़साना नहीं

दुख फ़साना नहीं के तुझसे कहें दिल भी माना नहीं के तुझसे कहें आज तक अपनी बेकली का सबब ख़ुद भी जाना नहीं के तुझसे कहें|

नर्म लफ़्ज़ों से

नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती है चोटें अक्सर, रिश्ते निभाना बड़ा नाज़ुक सा हुनर होता है मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं, पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते।

हकीकत जान लो

हकीकत जान लो जुदा होने से पहले, मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले, ये सोच लेना भूलने से पहले, बहुत रोई हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले|

मैं दुनिया भर की

मैं दुनिया भर की तारीफे तेरे सजदे ने लाया हूँ मैं तुमसे इश्क़ करने की इजाजत रब से लाया हूँ ।।

पानी की कमी

पानी की कमी तो होनी ही थी शहर में…. न तेरी आँख में बचा है न मेरी आँख में…

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