यूँ ही शौक़ है हमारा तो शायरी करना किसी की दुखती रग छू लूँ तो यारों माफ़ करना
Category: वक़्त शायरी
सबक सीख लिए
सिखा न सकी ,… जो उम्र भर तमाम किताबें मुझे ,… फिर करीब से कुछ चेहरे पढ़े ,… और न जाने कितने सबक सीख लिए ,…
काश तुम भी
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह.. ना वक़्त देखो, ना बहाना, बस चले आओ…!!
यूँ ही शौक़ है
यूँ ही शौक़ है हमारा तो शायरी करना किसी की दुखती रग छू लूँ तो यारों माफ़ करना
हर बार इश्क
हर बार इश्क में हार ही जाता हूँ,…. . . . समझ नहीं आता…. मैं इंसान हूँ या पाकिस्तान क्रिकेट टीम….. !!
घर जलाया मेरा
इससे बढ़कर और क्या दूं अपनी मुहब्बत का सबूत, जिसने घर जलाया मेरा, उसके खत तक न जला सका ।
किसको मालूम था
तुम ना तो मौसम थे , ना किस्मत , ना तारीख , ना दिन …. किसको मालूम था इस कदर बदल जाओगे !
मोहब्बत का मज़ा
मोहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में है । जो हो मालूम गहराई तो दरिया पार क्या करना ।
कोई देखने वाला होता
इक ये ‘कोशिश’, कि कोई देख ना ले ‘दिल के जख्म’…. . . इक ‘ख्वाहिश’ ये कि ‘काश’ कोई देखने वाला होता………..
जिंदगी की हकीकत
जिंदगी की हकीकत को बस इतना जाना है…. रोना है अकेले ही, और हंसने में जमाना है…!