मेरी खूबी पर रहती है मेरे अपनों की जुबां खामोश.. चर्चा मेरे ऐबों पर हो तो गूँगे भी बोल पङते हैं
Category: प्यारी शायरी
ख्वाहिशों को जेब में
ख्वाहिशों को जेब में रखकर निकला कीजिये, जनाब; खर्चा बहुत होता है, मंजिलों को पाने में!
आपको देख कर
आपको देख कर देखता रह गया क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया आते-आते मेरा नाम-सा रह गया उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया वो मेरे सामने ही गया और मैं रास्ते की तरह देखता रह गया झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये और मैं था कि सच बोलता रह गया… Continue reading आपको देख कर
जिंदा रहने की कोशिश
जिंदा रहने की कोशिश में हम जाने कितना मरते हैं|
सफ़र शुरू कर दिया है
सफ़र शुरू कर दिया है मैंने, बहोत जल्द तुमसे दूर चला जाऊँगा|
पता नहीं होश में
पता नहीं होश में हूँ या बेहोश हूँ मैं, पर बहोत सोच समझकर खामोश हूँ मैं…
समर्थन और विरोध
समर्थन और विरोध केवल, विचारों का होना चाहिये किसी व्यक्ति का नहीं…
कपड़ों का महकाना
इतर से कपड़ों का महकाना कोई बड़ी बात नहीं हे, मज़ा तो तब है जब आपके किरदार से खुशबु आये|
अपनी बाँहों में ले के
अपनी बाँहों में ले के सोता हूँ. . . मैंने तकिये का नाम ‘तुम’ रखा है …..
उम्र भर चलते रहे
उम्र भर चलते रहे मगर कंधो पे आए कब्र तक, बस कुछ कदम के वास्ते गैरों का अहसान हो गया..!!.