बगावत पर उतर आयें हैं

दर्द फिर बगावत पर उतर आयें हैं सभी , लगता है जख्मों को तूने कुरेदा है अभी ।

ये कहकर वापस कर दिया

दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया… . . दुसरा दिजीए… ये तो टुटा हुआ है….!!

फितरत नही बदल सकते

हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते ; क्या करू मुझे आदत है  मुस्कुराने की ।

कितनी झूठी होती है

कितनी झूठी होती है मोहब्बत की कस्मे, देखो तुम भी ज़िंदा हो और में भी…..!!

उम्र छोटी है

उम्र छोटी है तो क्या.. जीवन का हरेक मंजर देखा हैं..! फरेबी मुस्कुराहटें देखी है.. बगल मे छुपा खंजर देखा हैं…

दूर रहा करो

दूर रहा करो यारो मुझसे टुटा हुआ हु चुभ भी सकता हू!! कभी हो मुखातिब तो कहूँ क्या मर्ज़ है मेरा, अब तुम दूर से पूछोगे तो ख़ैरियत ही कहेंगे।

हक तो बनता ही है

वैसे इतना हक तो बनता ही है मेरा तूम पर, दूआ है तुम्हें कोई मेरी तरह ना चाहें..!!

हमारे दिल की हालत

हमारे दिल की हालत गेसु-ए-महबूब जाने है परेशाँ की परेशानी परेशाँ ख़ूब जाने है !

हर वक्त मशगूल रहना

हर वक्त मशगूल रहना, धोखा है जिंदगी का .. कभी तन्हां भी बसर करो, आईने साफ दिखेंगे.!

तेरे चले जाने से

तेरे चले जाने से, मुझे ग़ज़लो का हुनर आया, लिखा पहले भी बहुत, पर असर अब आया..!!

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