ज़ुर्म फिर से ज़ुरूरी हो गया है
तंग करने लगी है अच्छाई!
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ज़ुर्म फिर से ज़ुरूरी हो गया है
तंग करने लगी है अच्छाई!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ज़ुर्म फिर से ज़ुरूरी हो गया है
तंग करने लगी है अच्छाई!
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ज़ुर्म फिर से ज़ुरूरी हो गया है
तंग करने लगी है अच्छाई!