by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 28, 2017 हर शख्श नहीं हर शख्श नहीं होता अपने चेहरे की तरह, हर इंसान की हकिकत उसके लहजे बताते है..