by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, याद, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 29, 2016 सुलग रहे है सुलग रहे है कब से मेरे, दिल में ये अरमान, रोक ले अपनी बाहों में तू, आज मेरे तूफ़ान |