by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 24, 2016 सोचता हूँ धोखे से सोचता हूँ धोखे से जहर दे दूँ, सारी ख्वाहिशो को दावत पे बुला कर।।