by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 20, 2016 कौन समझ पाया हे कौन समझ पाया हे आज तक हमे….हम अपने हादशो के इकलौते गवाह है.!!