by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Hinglish Shayri, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 29, 2016 इश्क की गहराइयों में इश्क की गहराइयों में खूबसुरत क्या है, मैं हूँ…तुम हो…कुछ और की जरुरत क्या है..