खुश हम हो तो सुकून से सोती है माँ
सागर का एक अनमोल मोती है माँ
कदर कर ले जमाना माँ की
क्योंकि जन्नत में हमसे पहले दाखिल होती है माँ|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
खुश हम हो तो सुकून से सोती है माँ
सागर का एक अनमोल मोती है माँ
कदर कर ले जमाना माँ की
क्योंकि जन्नत में हमसे पहले दाखिल होती है माँ|