by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 1, 2016 यकीन कि कशतीयां यकीन कि कशतीयां यु ही नही डुबी मेरी .. मेने देखा है तुम्हे गैरो का होते हुएँ|