ग़लत कहता हैं हर कोई कि संगत का असर होता हैं
वो बरसों मेरे साथ रही मगर फिर भी बेवफा निकली |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ग़लत कहता हैं हर कोई कि संगत का असर होता हैं
वो बरसों मेरे साथ रही मगर फिर भी बेवफा निकली |