by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 1, 2016 ज़िंदगी ये चाहती है कि ज़िंदगी ये चाहती है कि ख़दकुशी कर लूँ मैं इस इंतज़ार में हूँ कि कोई हादसा हो जाये